Pages

Tuesday, March 16, 2010

हिन्दुस्तां हमारा


सारे जहाँ सेअच्छा…… सारे जहाँ से अच्छा, हिन्दुस्तां हमारा हम बुलबले है उसकी वो गुलसितां हमारा परबत वो सबसे ऊँचा, हमसाया आसमां का वो सन्तरी हमारा, वो पासबां हमारा गोदी मे खेलती है, उसकी हजारो नदियाँ गुलशन है उसके दम से, रश्क ए जिनां हमारा मजहब नही सिखाता, आपस मे बैर रखना हिन्दी है हम, वतन है हिन्दोस्तां हमारा सारे जहाँ से अच्छा, हिन्दुस्तां हमारा

0 comments:

Post a Comment